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दिल्ली पुलिस को टूलकिट मामले में मिली बड़ी कामयाबी, कहा – Nikita Jacob ही पूरे प्लान की मास्टरमाइंड

टूलकिट से जुड़े मामले में दिल्ली पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। जांच के बाद यह बात सामने आई है कि इस टूलकिट मामले की मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि Nikita Jacob ही है। मुंबई की वकील निकिता जैकब ने ही यह टूलकिट तैयार की और इस साजिश में बड़ी भूमिका भी निभाई। निकिता के कारण ही ही 21 वर्षीय जलवायु कार्यकर्ता दिश रवि को गिरफ्तार किया गया था।

दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि वह एक ‘प्रतिबद्ध ऑपरेटर’ है। पुलिस ने यह भी पाया है कि आरोपी व्यक्तियों ने टूलकिट को ‘कॉम्स पैक’ या संचार पैकेज के रूप में संदर्भित किया था। दिल्ली पुलिस अब टूलकिट जांच में 115-120 जीबी जब्त डेटा की जांच कर रही है।

पुलिस ने बताया कि दिशा रवि ने Nikita Jacob और पुणे के इंजीनियर शांतनु मुलुक के साथ मिलकर ही यह विवादास्पद टूलकिट बनाया और उसके बाद जूम की बैठक में भी हिस्सा लिया।

यह बात सामने आई है कि Nikita Jacob ने ही इस काम में ही बड़ी भूमिका निभाई थी। जांचकर्ताओं ने वकील निकिता जैकब को दिशा रवि में फंसते हुए पाया है क्योंकि बेंगलुरु की जलवायु कार्यकर्ता ने पर्यावरण संबंधी मुद्दों पर अपने काम से खुद के लिए नाम कमाया था और वो पिछले काफी समय से वैश्विक जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग से भी जुडी हुई थी।

दिल्ली पुलिस के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि Nikita Jacob ग्रेट के बीच प्रचार प्रसार के लिए ग्रेटा के नाम का इस्तेमाल करना चाहती थी।

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पुलिस ने Nikita Jacob से व्हाट्सएप चैट, मेल और एक पेन ड्राइव, डेस्कटॉप और उसके मोबाइल फोन से डेटा भी बरामद किया है। आरोपियों को संचार के लिए सिग्नल, टेलीग्राम, सर्फफार्क, प्रोटॉन वीएम और साइबरघोस्ट जैसे मोबाइल ऐप का उपयोग करते हुए पाया गया।

Nikita Jacob को एक ईमेल आईडी का उपयोग करते हुए भी पाया गया, जो खालिस्तानी संगठन पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन (पीजेएफ) से संबंधित है।

दिल्ली पुलिस ने Nikita Jacob और पीटर फ्रेडरिक के बीच सीधे व्हाट्सएप चैट भी एक्सेस किए हैं, जो उन कई प्रभावशाली लोगों में से एक हैं, जिन पर किसानों के विरोध का समर्थन करने के लिए टूलकिट को प्रारूपित करने और बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है।

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