असम-मिजोरम सीमा पर तनाव की स्थिति बरकरार, हिंसक झड़पों में कई लोग घायल
भारत के दो राज्यों के दो समूहों के बीच रविवार को हिंसक झड़प हो गई जिसके बाद असम-मिजोरम सीमा पर काफी तनाव पैदा हो गया । इस तनाव की स्तिथि में बहुत से लोग घायल हो गए।
खबरों के मुताबिक, असम के कछार जिले के लायलपुर इलाके में शनिवार शाम असम और मिजोरम के दो समूहों के बीच झड़प हुई और उसी इस झड़प में कई लोग भी घायल हो गए।
इतना ही नहीं, सीमा पर झड़प के साथ लैलापुर इलाके के पास उपद्रवियों ने कई घरों में आग लगा दी।

पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने बातचीत के दौरान बताया कि असम-मिजोरम सीमा पर समग्र स्थिति नियंत्रण में है और सुरक्षा कर्मियों को असम के कछार जिले और मिजोरम के कोलासिब जिले के अंतर्गत सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात किया गया है।
मिजोरम राज्य असम राज्य के साथ 164.6 किलोमीटर लंबी सीमा साझा की है। सीमा का विवाद काफी समय से चल रहा है। इस विवाद को हल करने के लिए 1995 से आयोजित किए गए संवादों के परिणाम बहुत कम आए हैं। सीमा पर दोनों राज्य अक्सर छोटे छोटे विवाद होते रहते हैं।
हाल ही में जो घटना सामने आई है वह वैरेंगते से लगभग 3 किमी दूर, साईहापुई ‘वी’ गांव के पास हुई है। जिसमें सीमा की रक्षा करने वाले स्थानीय स्वयंसेवकों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक अस्थायी झोपड़ी के विध्वंस का नतीजा हो सकती है। स्वयंसेवक कोरोना महामारी के समय से ही लोगों की आवाजाही की जांच करने के लिए सीमा पर पहरा दे रहे हैं। मिजोरम के एमएनएफ विधायक लाल्रिंटलुंगा सेलो, जो वैरेंगटे में डेरा डाले हुए हैं, ने कहा कि उनका राज्य असम या उसके लोगों से शत्रुतापूर्ण नहीं है, लेकिन अवैध रूप से बांग्लादेशी आप्रवासियों द्वारा घुसपैठ से अपने क्षेत्र की रक्षा कर रहा है, जो सीमावर्ती क्षेत्रों में रह रहे हैं।
कोलासीब जिले में वैरेंगटे मिजोरम के उत्तरी किनारे पर है, जिसके माध्यम से राष्ट्रीय राजमार्ग 306 (पूर्व में 54) गुजरता है, जो राज्य को असम से जोड़ता है। असम का निकटतम गाँव लायलपुर है, जो कछार जिले में है।
हादसे का तब पता चला जब वैरेंगटे के निवासी शनिवार कि शाम को लाठी लेकर बड़ी संख्या में। इसका कारण यह था कि शनिवार शाम को सीमावर्ती गांव के बाहरी इलाके में ऑटो-रिक्शा स्टैंड के पास एक समूह पर पथराव किया गया था। जिसके चलते गुस्साए लोग वहां लाठी लेकर पहुंच गए।
नाराज लोगों ने अपने प्रदर्शन दिखाने के लिए नया तरीका अपनाया। हालांकि उन्हें प्रतिशोधी आदेश मिले हुए थे लेकिन उन्होंने इसके बावजूद राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे बनाए गए लगभग 20 अस्थायी बांस की झोपड़ियों और स्टालों में आग लगा दी।
समाचार एजेंसी आरटीआई ने अधिकारियों से बातचीत कर जानकारी में कहा गया है कि दोनों राज्यों ने अब भारतीय रिजर्व बटालियन के उन सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है, जो मिजोरम के वैरेंगटे गाँव और असम के लायलपुर में हिंसा प्रभावित इलाकों में हैं।
दोनों ही राज्य अपने अपने क्षेत्रों में विवाद को लेकर गुस्साए दिखें। उन्हें स्तिथि को संभालने में लिए कार्य करने कि आवश्यकता थी। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने रविवार को प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय गृह मंत्रालय को फोन पर असम-मिजोरम सीमा पर मौजूदा स्थिति से अवगत कराया।
सर्बानंद सोनोवाल ने अपने मिजोरम समकक्ष जोरामथांगा से फोन पर बात की और सीमा घटना को लेकर चर्चा की।
मिजोरम के सीएम के साथ बातचीत के दौरान सर्बानंद सोनोवाल ने उत्पादक मुद्दों और सीमा मुद्दों के समाधान के लिए संयुक्त प्रयासों पर जोर दिया।
उन्होंने सीमा विवाद को सुलझाने और अंतर-राज्य सीमा पर शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सहयोग के साथ काम करने की भी वकालत की।