Mehbooba Mufti

Mehbooba Mufti का बड़ा बयान; कहा – सीमा पर चल रहे विवाद को रोकने के लिए पाकिस्तान से बातचीत करे केंद्र सरकार

पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष Mehbooba Mufti ने एक बड़ा ब्यान जारी  किया। सोमवार को उन्होंने अपने ब्यान में कहा कि कश्मीर में उग्रवाद बढ़ रहा है, और क्षेत्र में शांति लाने के लिए Jammu and Kashmir में पाकिस्तान और हितधारकों के साथ बातचीत महत्वपूर्ण करनी जरुरी थी।

दरअसल Mehbooba Mufti को जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा दिए जाने के बाद से 14 महीने की नजरबंदी में रखा हुआ था ,कुछ समय पहले ही उनको रिहा किया गया। है 

रिहाई के बाद पहली बार उन्होंने सोमवार को जम्मू का दौरा किया। पिछले साल अगस्त के महीने में सेंट्रे के कदम के खिलाफ बोला था। मुफ्ती ने कहा था कि “मनमाने और अवैध निर्णय” ने युवाओं को हथियार उठाने के लिए मजबूर किया है।

उन्होंने इस पर आगे अपनी बात रखते हुए कहा कि “आज, प्रत्येक गाँव से 10 से 15 युवा धीरे-धीरे उग्रवाद में शामिल हो रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उनकी सुनती ही नहीं है। पार्टी ने उनकी आवाज़ को हमेशा से दबाया है और आज भी दबा रहे हैं। यही कारण है कि उम्रवाद में शामिल होने के अलावा लोगों के पास कोई विकल्प नहीं बचा। जेल जाने या हथियार उठाने के विकल्प का सामना करते हुए, वे हथियार उठाते हैं और मर जाते हैं। जब भाजपा सरकार ने उन्हें बोलने की आजादी और आवाज उठाने की आजादी नहीं दी तो उन्होंने हथियार ही उठा लिए। 

लगातार होती सीमा झड़पों को देखते हुए महबूबा ने इस बात को लेकर बीजेपी पर तंज कैसा। उन्होंने सीमा पर चल रहे विवाद को समाप्त करने और शांति बहाल करने के लिए उन्हें पाकिस्तान के साथ बातचीत करने के लिए केंद्र के साथ बातचीत करने की बता कही। उन्होंने इस बारे में खुल कर बोला और कहा कि “यदि आप चीन से बात कर सकते हैं, तो आप पाकिस्तान से बात क्यों नहीं कर सकते? हम अपनी जमीन वापस देने के लिए चीन से गुहार लगाते रहे हैं लेकिन वे अपने रुख से पीछे नहीं हट रहे हैं। हम पाकिस्तान से बात क्यों नहीं कर सकते?

इसके बाद उन्होंने आगे कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा दिखाए गए कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के अलावा कोई और रास्ता नहीं था।” मेरे पिता (मुफ्ती मोहम्मद सईद) हमेशा चाहते थे कि सीमा को बीच-बीच में खोला जाए। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान भारत और पाकिस्तान के बीच शांति का पुल बन सकते हैं।

“मुझे लगता है अब समय आ गया है कि हम उस किताब से पत्ता निकाले और जम्मू (कश्मीर) के हितधारकों के बारे में सोचे। इसलिए हमें पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू करनी होगी। चीन हमारे लिए कब से उपयोगी हो गया। वो हमारे 20 सैनिकों को शहीद कर सकता है और हम चीन के साथ आठ दौर की वार्ता कर सकते हैं? ऐसा क्यों? हम अपने लोगों के लिए ऐसा क्यों नहीं सोचते।”

उन्होंने अपना ब्यान जारी रखते हुए आगे और भी बाते कहीं। उन्होंने कहा कि हमारी नौकरियां, प्राकृतिक संसाधन और जमीन… सब कुछ तो भाजपा के अंडर है। अनुच्छेद 370 लगाना कोई गलत नहीं था , बल्कि महाराजा हरि सिंह ने इसे भारतीय संविधान के तहत विशिष्ट डोगरा पहचान और संस्कृति की रक्षा करने के लिए लागू किया था। हालांकि, भाजपा ने डॉ. बीआर अंबेडकर के संविधान को खारिज कर दिया है।

“आपको क्या लगता है की अनुच्छेद 370 मुसलमानों या हिंदुओं का है, नहीं यह बिलकुल गलत है। यह इसलिए बनाया गया ताकि Jammu and Kashmir को पहचान मिले और उसकी रक्षा हो सके। 

भाजपा द्वारा हाल ही में एक बयान जारी हुआ था जिसमें उन्होंने कहा था कि मुफ्ती कश्मीर के लोगों को भड़का रही हैं। वो Jammu and Kashmir के क्षेत्र में शांति भंग करने का प्रयास कर रही हैं। जबकि Jammu and Kashmir के भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना ने कहा कि “ऐसी कोई ताकत नहीं जो धारा 370 को हटा सके।”

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