जल्द ही मार्किट में आएगी कोरोना वैक्सीन, शोधकर्ताओं ने किया दावा
नाइजीरियाई वैज्ञानिकों की एक टीम ने दावा किया है कि उन्होंने एक अद्वितीय टीका की खोज कर ली है। इस टीके के बारे में में कहा जा रहा है कि यह दवाई कोरोनावायरस संक्रमण को रोकने और रोगी की रोकथाम करने में मदद कर सकती है। COVID-19 रिसर्च ग्रुप के तत्वावधान में, वैक्सीन की खोज की घोषणा शुक्रवार के दिन की गई थी। ऐसा नहीं है कि पहली बार किसी कंपनी ने वैक्सीन की खोज की हो। इससे पहले भी दुनिया भर के कई शोधकर्ता इस वायरस को खत्म करने वाली और इसका इलाज करने वाली दवा की खोज में जुटे हैं। अब तक इस बिमारी से वैश्विक स्तर पर कम से कम 465,300 लोग मारे जा चुके हैं। ऐसे में इस वैक्सीन का आना बेहद जरुरी हो गया है।
Dr. Oladipo Kolawole, जो एक मेडिकल Virology, Immunology and Bioinformatics के विशेषज्ञ हैं और Adeleke University, ओसुन में एड, और शोध दल के नेता, ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हुई बातचीत के दौरान कहा कि यह वैक्सीन अफ्रीका में स्थानीय रूप से अफ्रीकियों के लिए काम कर रही थी। Kolawole के अनुसार हो सकता है यह वैक्सीन अन्य लोगों पर भी अच्छे से काम कर सकेगी।

हालांकि, कोलॉवले ने यह भी कहा कि टीके को बाजार में आने से पहले 18 महीने लगेंगे। जनता के लिए आसानी से उपलब्ध होने में इसे अभी समय लगेगा क्योंकि अभी बहुत सारे विश्लेषण और परीक्षणों के साथ-साथ इस दवाई को चिकित्सा अधिकारियों द्वारा अनुमोदन की आवश्यकता होगी।
जैसा की रिपोर्ट में बताया गया है कि वैक्सीन ले लिए बहुत से यूरोपीय देश उम्मीद लगाए बैठे हैं। पिछले हफ्ते इटली, जर्मनी, फ्रांस और नीदरलैंड के बीच डील हुई जिसमें ऑक्सफोर्ड वैक्सीन की 40 करोड़ डोज के निर्माण की बात कही है। अगर इस वैक्सीन को मंजूरी मिल गई तो ट्रायल ठीक ठाक गया तो AstraZeneca कंपनी आने वाले थोड़े ही समय में लाखों डोज का उत्पादन पूरा कर लेगी।
World Health Organization का कहना है कि हम 11 वैक्सीन क्लिनिकल टेस्टिंग काफी समय से कर रहे हैं। नयी दवा यानी ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन ट्रायल अपने अंतिम चरण में है। हालांकि इटली के स्वास्थ्य मंत्री रॉबर्टो स्पेरंजा ने ऑक्सफोर्ड वैक्सीन पहले लाने की बात कही है। इस कंपनी के अलावा और कोई कंपनी दवा अभी बना नहीं पा रही है।
World Health Organization (WHO) के अनुसार, वर्तमान में कम से कम 13 प्रायोगिक COVID-19 टीकों का मनुष्यों में परीक्षण किया जा रहा है और 120 से अधिक उम्मीदवार विकास के पहले चरण में हैं।