Kumbh Mela में आज तीसरे शाही स्नान में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, कोरोना के 594 नए मामले भी आए सामने
कोरोना ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। ऐसे में देश में कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। एक तरफ जंहा कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए मास्क, सेनिटाइज़र और सोशियल डिस्टेंस यानी सामाजिक दूरी बनाये रखने के लिए कहा जा रहा है वहीँ इन नियमों की धज्जियां भी उड़ाई जा रही है। उत्तराखंड के हरिद्वार में Maha Kumbh Mela 2021 1 अप्रैल को शुरू हुआ था और आज तीसरा दिन है। हरकी पौड़ी में आस्था का मेला लगा हुआ है। Kumbh Mela के तीसरे शाही स्नान में सुबह से ही भीड़ का जमावड़ा है।
आम लोगों के साथ साथ, साधु संत भी गंगा में डुबकी लगाकर गंगा स्नान कर रहे हैं। बैसाखी के मौके पर हरकी पौड़ी में निरंजनी अखाडा के साधुओं ने सबसे पहले गंगा स्नान किया। इसके बाड़ी बाकी सभी अखाड़े के साधु-संतुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर स्नान किया। प्रसाशन के मानें तो इस बार यंहा 6 लाख लोगों के जुटने का अनुमान लगाया गया है। हालांकि देखा जाए तो पिछले साल के मुकाबले इस साल भीड़ कम मौजूद हैं। लेकिन शाही स्नान के दौरान कोरोना के बढ़ते खतरे को मध्यनज़र रखते हुए किसी के अंदर कोई डर नहीं दिख रहा है।

जानकारी के लिए बता दें, कि उत्तराखंड में भी कोरोना के केसेस लगातार बढ़ते जा रहा हैं। Kumbh Mela नगर हरिद्वार में भी कोरोना का कहर जारी है। हरिद्वार में कल कोरोना के 594 नए मामले सामने आये हैं। इससे पहले सोमवती अमावस्या के दिन भी कोरोना के नए मांमले देखने को मिले थे, जिसमें से 102 तीर्थयात्री कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। बता दें कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत भी कोविड-पॉजिटिव हैं जिनकी तबियत बिगड़ने पर ऋषिकेश के एम्स में भर्ती करवाया गया। इसके बाद प्राथमिक जांच के बाद उन्हें वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। चिकित्स्कों ने बताया कि महंत को बुखार-खांसी है तथा वे मधुमेह के रोगी भी हैं।
Kumbh Mela के इस मौके पर डीजीपी अशोक कुमार के साथ साथ अन्य अधिकारियों ने भी व्यस्था का जायज़ा लिया। सुबह 7 बजे तक बाकी श्रद्धालुओं ने स्नान किया उसके के बाद हरकी पैड़ी अखाड़ों के लिए आरक्षित कर दी गयी। पुलिस प्रशाशन ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किये हैं। पुलिस ने भी आश्वासन दिया है कि स्नान के दौरान किसी भी आम नागरिक और श्रद्धालुओं को किसी तरह कि कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
Maha Kumbh Mela के आई जी संजय गुंज्याल ने बताया कि बैसाखी का स्नान 4 शाही स्नानों और Kumbh Mela के 11 स्नानों में से सबसे बड़ा माना जाता है।