Farmer-Protest

Farmer Protest: केंद्र और किसानों के बीच आज पांचवें दौर की हुई बातचीत; जाने मीटिंग में कौन-कौन पहुंचा

सरकार और लगभग 40 किसान यूनियनों के नेताओं के बीच गुरूवार को चौथे दौर की बातचीत हुई। इस बातचीत का कोई ख़ास नतीजा तो नहीं निकला। नए कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन जारी रखा। लेकिन ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि आज यानी 5 दिसंबर को अगले दौर की वार्ता में भविष्य में सफलता मिलने की उम्मीद थी।

सूत्रों के मुताबिक़ किसान MSP पर लिखित आश्वासन देने का विरोध नहीं कर रहा है, जिसे किसानों के डर से कार्यकारी आदेश या इसी तरह के तंत्र के माध्यम से सितंबर में पारित तीन कृषि कानूनों के तहत चरणबद्ध किया जाएगा। सरकार ने कथित तौर पर उन कानूनों को फिर से जारी करने की इच्छा व्यक्त की है जो किसानों को ठूंठ जलाने और बिजली सब्सिडी कानूनों से संबंधित हैं।

केंद्र और किसानों के बीच आज पांचवे दौर की वार्ता के लिए अहम बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 7, लोक कल्याण मार्ग ने करीब 1:30PM बजे प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास को छोड़ा। पीएम नरेंद्र मोदी, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रक्षा मंत्री भी इस मीटिंग में शामिल थे। यह मीटिंग लगभग घंटे भर चली। बाकी राजेताओं के साथ इस मीटिंग में राजनाथ सिंह और रेल मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद रहे। 

मीटिंग में यह बात सामने आई है कि फसल उत्पादकों के एक संघ ने शनिवार की बैठक के दौरान मुद्दों को लेकर अभी भी गर्मागर्मी बन हुई है। उन्होंने कहा कि अगर हमारे मुद्दों का समाधान नहीं होता है तो वो राज्य से दिल्ली तक NH-8 के माध्यम से मार्च और जंतर मंतर पर शिविर लगाएंगें। अन्य प्रदर्शनकारियों ने मयूर विहार के पास नोएडा सीमा सहित दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर रोक लगा दी है।

दोआबा किसान संघर्ष समिति के हरसुलिंदर सिंह ने कहा है कि, “हम कानूनों को वापस लेना चाहते हैं। हम कानूनों में संशोधन करने के सरकार के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करेंगे।”

Farmer-Protest-NH-8

फिलहाल सिघू बॉर्डर पर किसानों का विरोध जारी है। अनाइ ने  सोशल मीडिया पर एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने किसान विरोध वाला एक वीडियो साझा किया है। आप इसमें किसानों को सिंघू में दिल्ली-हरियाणा सीमा पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करते देख सकते हैं। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि आज दोपहर 2 बजे किसान प्रतिनिधियों और केंद्र सरकार के बीच पाँचवें दौर की वार्ता होने वाली है।

बता दें कि किसान पिछले 10 दिनों से किसान बिल विरोध में दिल्ली हरियाणा सीमाओं ओर प्रदर्शन कर रहे हैं।  दिल्ली एनसीआर की सभी सीमाओं को किसानों ने घेरे रखा हुआ है। उनका मानना है कि जब तक सरकार किसान बिलों को वापस नहीं ले लेती तब तक वो यहाँ से कहीं नहीं जाएंगें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *