MP बस दुर्घटना में 4 और लोगों के शव बरामद, 3 लोग अभी भी लापता
मध्य प्रदेश के सीधी जिले में पिछले दिनों बस के सड़क से उतरकर नहर में गिरने से कई लोगों की मौत हो गई। एक दिन बाद, बुधवार को इस दुर्घटना में चार और शव बरामद हुए हैं। इस हादसे में मरने वालों को संख्या बढ़कर 51 हो गई है। बुधवार शाम को जब बचाव अभियान शुरू किया गया तो तीन लोग लापता थे। बस के ड्राइवर को हिरासत में लिया गया है।
बस चालक सेमरिया थाना अंतर्गत हरदुआ गाँव का निवासी है। इसका नाम बालेन्द्र विश्वकर्मा है, जिसे सतना जिले से गिरफ्तार किया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटनास्थल पर पहुँच कर हालात का जायजा लिया। उन्होंने वहां जाकर हादसे के शिकार हुए पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी। जो लोग मारे गए उनमें से कई सतना में सहायक मिडवाइफ नर्सरी (एएनएम) परीक्षा देने के लिए गए थे।

इस बस में बच्चे भी शामिल थी। पांच महीने के सोम्या सिंह का शव बुधवार की सुबह रीवा से सटे जिले में तैरता हुआ मिला। सोम्या की मां सोमबाई सिंह (23) की ANM परीक्षा थी। इस परीक्षा में बैठने के लिए उसे किसी की मदद की आवश्यकता थी जो उसकी बच्ची को संभाल सके। इसलिए उसने अपने चचेरे भाई आशा को उसके साथ सतना आने के बुलाया क्योंकि सोमबाई सिंह के पति हैदराबाद एक ड्राइवर की मौकरी करता है और वो उस से दूर होने की वजह से आ नहीं पाया।
सोमबाई के छोटे भाई अंबिका ने कहा कि “उनकी बहन ने अपने कंप्यूटर पाठ्यक्रम पूरे कर की थी और अपने परिवार के लिए स्थिरता पाने के लिए नौकरी की तलाश कर रही थी। लेकिन अब हम सोम्या का शव मिला है तो हम उसके पति के आने का इंतजार कर रहे हैं ताकि समय का अंतिम संस्कार किया जा सके।”
सोमबाई की तरह, इस बस में एक और भाई बहन सवार थे। सबसे बड़ी खुश्बू सिंह पटेल (23) भी अपने चचेरे भाई भाई अनिल पटेल (24) के साथ बस में यात्रा कर रहे थी, जो अपने पिता, एक छोटे समय के किसान की सहायता करने के लिए परीक्षाओं में भाग लेकर एक सरकारी नौकरी हासिल करने की उम्मीद लगा रही थी।

अनिल का शव नहर से निकाले जाने के अगले दिन खुशबू का शव बरामद किया गया। कृष्ण कुमार पटेल, एक रिश्तेदार ने बताया कि “वह पढ़ाई में अच्छी थी और उस परिवार से कोई नहीं था जिसने सरकारी नौकरी की हो।”
एक अन्य मृतक के परिवार के सदस्य सूबेदार यादव जिसने दुर्घटना में अपनी भाभी कविता यादव और आठ महीने की भतीजी को खो दिया ने बताया कि “कविता बहुत कोशिश कर रही थी। वह पिछले दिनों अनूपपुर जिले में परीक्षा के लिए उपस्थित हुई थी क्योंकि उसे भरोसा था कि वो इस बार इस परीक्षा में सफल होकर जॉब पा लेंगी।”
मृतक के परिवारों को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शुवराज सिंह चौहान ने पांच लाख रुपए की राशि देने के घोषणा की है। वहीं केंद्र से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की तरफ से पीएम केयर फण्ड से परिवारों को दो लाख रुपए दिए जाने की घोषणा हुई है।