Corona Pandemic से लड़ने के लिए सरकार सांसदों की सैलरी से कर सकती है 30% की कटौती
देश में कोरोना संकट दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। कोरोना के मामले कम होने का नाम ही नहीं ले रहे। देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 5000 के करीब पहुंच गए हैं। देश में 21 दिन का लॉकडाउन हैं और जिसके चलते सभी काम धंधे बंद पड़े हैं। ऐसे में देश की अर्थव्यवस्था पर खतरा मंडरा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि अगर हालात ऐसे ही रहे तो आने वाले समय में आम नागरिको के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है। ऐसे में देश की अर्थव्यवस्था को बनाए रखने में सरकार के हाथ में मदद के लिए पैसा होना जरुरी है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री बार-बार लोगों से PM Care Fund में कुछ न कुछ राशि डालने का आग्रह कर रहे हैं। आपके द्वारा दी गई एक छोटी सी राशि भी देश में चल रहे कोरोना संकट में मददगार सिद्ध हो सकती है।
कैबिनेट में लिया गया बड़ा फैसला
आज प्रधानमंत्री की निगरानी में कैबिनेट की बैठक हुई जिसमें सरकार ने एक अहम और बड़ा फैसला लिया। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सभी विधायक और सांसद अगले एक साल तक अपने वेतन में 30% तक कटौती करेंगे। कटौती करने वालों में सांसद, विधायक से लेकर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तक शामिल हैं।

इस बात की जानकारी खुद कैबिनेट बैठक के मंत्री प्रकाश जावेड़कर ने दी। इतना ही नहीं, सांसद निधि भी अगले 2 साल तक के लिए टालने का निर्णय लिया गया है। इस विषय में अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि सांसद निधि का सारा पैसा इस महामारी से लड़ने और इससे बचाव करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। कैबिनेट में लिया गया यह बड़ा फैसला 1 अप्रैल से ही लागू होगा।
लॉकडाउन हटाने पर बोले जावड़ेकर
जब Press conference में जावड़ेकर से वेतन कटौती की जानकारी दी तब सवाल पूछा गया कि आखिर लॉकडाउन कब तक खुलगा। इस पर जावेड़कर ने कहा – मंत्रिमंडल ने हाल ही में बैठक की है। सभी राज्यों के विधायकों और प्रशासन ने रिपोर्ट मांगी गई थी। सरकार जो भी फैसला लेगी वो देश के हित में ही होगा। सही समय आने पर इस बारे में जानकारी दे दी जाएगी। फिलहाल देश संकट में झूझ रहा है। इसके लिए जरुरी है कि हम सरकार द्वारा लिए फैसलों पर अमल करें।
जब प्रेस कॉन्फ्रेंस में जावड़ेकर से वेतन कटौती की जानकारी दी तब सवाल पूछा गया कि आखिर लॉकडाउन कब तक खुलगा। इस पर जावेड़कर ने कहा – मंत्रिमंडल ने हाल ही में बैठक की है। सभी राज्यों के विधायकों और प्रशासन ने रिपोर्ट मांगी गई थी। सरकार जो भी फैसला लेगी वो देश के हित में ही होगा। सही समय आने पर इस बारे में जानकारी दे दी जाएगी। फिलहाल देश संकट में झूझ रहा है। इसके लिए जरुरी है कि हम सरकार द्वारा लिए फैसलों पर अमल करें।

आपको बता दें, देश में फिलहाल कुछ जगहों पर कोरोना के मामले तेजी से बढे हैं। इसके साथ ही, पिछले 24 घंटों में 30 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो चुकी है। यह आंकड़ा हर दिन बढ़ता ही जा रहा है। दिल्ली और महाराष्ट्र में स्तिथि काफी नाजुक है।