भारत में टीके की पहली और दूसरी खुराक के बाद कितने COVID-19 पॉजिटिव मिलें: आइए जानें
93 लाख लोगों को पहली खुराक मिल चुकी है और उसमें से 4,208 (0.04 प्रतिशत) लोगों को संक्रमण मिला है जो कि प्रति 10,000 व्यक्तियों में से चार में से है। ICMR के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि लगभग 17,37,178 लोगों ने दूसरी खुराक प्राप्त की, जिनमें से केवल 695 (0.04 प्रतिशत) ने COVID-19 का परीक्षण किया।
सरकार ने बुधवार (20 अप्रैल) को कहा कि Covishield या Covaxin की पहली खुराक लेने के बाद 21,000 से अधिक लोगों ने Covid -19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया, जबकि 5,500 से अधिक लोगों ने दूसरी खुराक लेने के बाद संक्रमण से पूरी तरह से छुटकारा पाया। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस डेटा को जारी करते हुए, ICMR के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि 17,37,178 व्यक्तियों में से 0.04 प्रतिशत, जिन्होंने covaxin की दूसरी खुराक प्राप्त की। वो लोग COVID-19 के लिए सकारात्मक पाए गए, थे, जबकि 0.03 प्रतिशत में 1,57,32,754 लोग जिन्होंने covishield की दूसरी खुराक ली,उनमें संक्रमण अभी दोबारा देखने को नहीं मिला।
ICMR के महानिदेशक ने कहा कि vaccine इन्फेक्शन के जोखिम को कुछ हद तक कम करता है वहीं मृत्यु को और भी गंभीर संक्रमण से बचाता है।”टीकाकरण के बाद भी यदि कोई व्यक्ति संक्रमित हो जाता है तो इसे एक बहुत ही भयानक संक्रमण का रूप कह सकते हैं।
अब तक covaxin की 1.1 करोड़ खुराक प्रशासित की गई है। जिसमें से 93 लाख लोगो को पहली डोज़ मिल चुकी है। और उसके बाद 4,208 (0.04 प्रतिशत) लोगों में संक्रमण देखने को मिला जो कि प्रति 10,000 व्यक्तियों में से चार है। भार्गव ने कहा कि करीब 17,37,178 लोगों ने दूसरी खुराक प्राप्त की, जिनमें से केवल 695 (0.04 प्रतिशत) ने COVID-19 का सफल परीक्षण किया।
उन्होंने कहा कि “covishield की 11.6 करोड़ खुराक दी गई है। दस करोड़ को पहली खुराक मिली और प्रति 10,000 लोगों में 17,145 iE 2 ने संक्रमण से निजात पाई। लगभग 1,57,32,754 व्यक्तियों ने covishield की दूसरी खुराक ली और उसमें से 5,014 (0.03) लोग दोबारा संक्रमित हो गये। यह मुख्य रूप से स्वास्थ्य कार्यकर्ता अधिक व्यावसायिक खतरों से ग्रस्त थे।”

NITI Aayog के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने, हालांकि, नोट किया कि vaccine लगने के बाद भी एक तरह का जोखिम रह सकता है, इसलिए “हम टीकाकरण के बाद भी लोगों को COVID के नियमों का पालन करने की सलाह देते हैं”।
देश में ऑक्सीजन की कमी के कारण, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव Rajesh Bhushan ने कहा कि देश में प्रति दिन 7,500 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है और 6,600 मीट्रिक टन राज्यों को चिकित्सा के उपयोग के लिए दी जा रही है।
उन्होंने कहा “वर्तमान में, हमने निर्देश जारी किए हैं कि, कुछ उद्योगों को छोड़कर, और बाकि उद्योगों की आपूर्ति पर रोक लगा दी जाएगी। ताकि अधिक से अधिक ऑक्सीजन को चिकित्सा के उपयोग में उपलब्ध कराया जा सके। हमने राज्यों को 7500 मीट्रिक टन में से 6600 मीट्रिक टन Allocate किया है।