COVID-19

कैसे तबलीगी जमात ने बनाया भारत को सबसे खराब कोरोना वायरस का निशाना

भारत में लगभग 5000 COVID-19 सकारात्मक मामलों में से लगभग एक तिहाई मार्कज में हुई धार्मिक सभा से संबंधित हैं। आप सभी इसे Tablighi Jamaat के नाम से जानते हैं। सरकार द्वारा किए गए एक दावे में यह बात सामने आई कि मार्च की शुरुआत में 8,000 से अधिक लोग निजामुदीन मुख्यालय में पहुंचे थे, जिसमें विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। 

एक वैश्विक महामारी के दौरान सरकार ने उन पर “लापरवाही” का आरोप लगाया। था। इतना ही नहीं, विशेषज्ञों और नागरिक समाज के सदस्यों ने इसकी देरी से प्रतिक्रिया के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराया और विदेशियों, विशेष रूप से COVID-19 hotspot देशों जैसे कि मलेशिया और इंडोनेशिया से भारत में आने की अनुमति दी।

COVID-19-hotspot

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महामारी को नियंत्रित करने के लिए देशव्यापी तालाबंदी लागू करने के एक दिन बाद 26 मार्च से अधिकारियों ने मार्काज़ में रहने वाले लोगों की स्क्रीनिंग शुरू की।

लेकिन इससे पहले बहुत लोग देश के कोने कोने में फ़ैल गए और इस महामारी को फैलाने के काम पर लग गए। जैसे तो इनका मकसद देश में कोरोना फैलाना ही था। भारत के एक बड़े हिस्से में दहशत फैल गई, क्योंकि राज्य सरकारों ने उन सभी लोगों की पहचान करने के लिए बड़े पैमाने पर खोज शुरू की, जो मार्काज़ के दौरे पर गए थे और जो लोग बाद में संपर्क में आए थे।

यह जल्द ही स्पष्ट हो गया कि 1,000 से अधिक विदेशियों सहित अधिकांश संक्रमित, 1.3 अरब लोगों के देश के विभिन्न हिस्सों में फैलने से पहले मार्काज़ की यात्रा कर चुके थे।

Tablighi-Jamaat

देश के हर हिस्से में इन्होने कोरोना को बढ़ावा देने का कार्य किया है। फिलहाल जिन लोगों को भी पकड़ा गया उसमें से बहुत से लोग  कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। Tablighi Jamaat के इन बुद्धिजीवियों ने क़ानून और सामाजिक व्यवस्था की पूरी तरह से धज्जियां उड़ा दी। इतना ही नहीं, हद तो तब पार हो गई जब इन्होने डाक्टरों पर थूकना और समाज में गन्दी हरकते कर अपना परिचय दिया। इसके अलावा बहुत से जमात के लोग बिना कपड़ों के अस्पताल वार्ड मे घूम रहे हैं और खुले में शौच कर रहे हैं। अपनी इन अश्लील हरकतों से ये देश प्रोपगैंडा Jamaatमें बना अपना मकसद पूरा करने में काफी हद तक कामयाब भी हो चुके हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *