Wadhwan

पूरे देश में लॉकडाउन होने के बावजूद Wadhwan परिवार को कैसे मिली Mahabaleshwar जाने की इज़ाज़त

Coronavirus के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पूरे देश में भारत सरकार ने लॉकडाउन लगाया है,जिसका मतलब जिसमे कोई भी व्यक्ति न कही आ सकता है न कही जा सकता है। बहुत से परिवारो के लोग अपने घर से दूर फंसे हैं, लेकिन फिर भी अपनो के स्वास्थय को लेकर चिंतित होने के कारण अपने घर  नहीं जा रहे। वहीं दूसरी ओर कुछ परिवारों को राज्य सीमा पार करने की इजाजत मिल जाती है।

जी हाँ यह मामला है, महाराष्ट्र के एक परिवार का जिसे पूरे भारत में लॉकडाउन होने के बाद भी Mahabaleshwar जाने की मंजूरी दी गई है। देश में कोरोना का कहर है और वर्धमान परिवार पुलिस और कानून का मजाक बनाकर आराम से छुट्टियों के मजे ले रहा है। क्या है पूरा मामला आइए जानते हैं….

क्या है पूरा मामला

देश में फिलहाल लॉकडाउन की स्तिथि है और महाराष्ट्र में तो हालात काफी नाजुक बने हुए हैं। Deewan Housing Finance Corporation Limited के प्रमोटर कपिल और धीरज वधावन अपने पूरे परिवार के साथ महाबलेश्वर घूमने पहुंच हुए हैं। ऐसे में बड़ी बात यह है कि महाबलेश्वर जाने की इजाजत भी वधावन परिवार को सीधे सरकार अधिकारी से मिलती है।

Wadhwan-family

दरअसल Mahabaleshwar में वधावन परिवार का एक बांग्ला है, जहाँ वो अक्सर छुट्टियां बिताने जाते रहते हैं। सरकारी अधिकारी से परमिशन मिलने के बाद जब वधमान परिवार और कुछ सहायको के साथ बंगले पर पहुंचा तो आस-पास के लोगों ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस बंगले पर पहुंची और जांच शुरू कर दी।

महाबलेश्वर जाने की यह बताई वजह

पुलिस अधिकारी पुलिस जब मामले की पुष्टि करने बंगले पहुंचे, तो वधमान परिवार सख्ते में आ गया। पुलिस के यहां आने के कारण पूछने पर उन्होंने इसे मेडिकल एमरजेंसी बताया। फिलहाल पुलिस ने परिवार समेत सभी  सहायको को क्वारनटीन कर दिया है और परिवार पर लॉकडाउन कानून का उलंघन करने के लिए केस भी दर्ज किया है। परिवार और सहायक सदस्यों को मिलकार कुल 23 लोगों पर सेक्शन 188 और सेक्शन 51 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

वधावन के पास मिली परमीशन वाली चिठ्ठी

पुलिस जांच में वधावन परिवार के पास परमीशन वाली चिठ्टी भी मिली है। यह चिट्ठी नकली नहीं बल्कि सरकार द्वारा जारी की गई है। महाराष्ट्र के प्रिंसिपल सेक्रेटरी अमिताभ गुप्ता ने खुद उन्हें जाने की इजाजत दी है। अपनी इस चिठ्ठी  उन्होंने लिखा है कि वधावन परिवार मेरे जान पहचान वाले हैं और किसी मेडिकल इमरजेंसी की वजह से Mahabaleshwar जा रहे हैं। इन्हें जाने की अनुमति दी जाए। लिखी हुई चिट्ठी के अनुसार पुलिस को मौके पर कोई इमरजेंसी नजर नहीं आई।

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आपको बता दें इस मामले के बाद विपक्ष ने पार्टी से सवाल उठाया है। मामले को बिगड़ते देख CM ठाकरे खुद सामने आए और महाराष्ट्र के डीजीपी से बात कर मामले की जांच करने को कहा है। तब तक के लिए महारष्ट्र के ग्रह मंत्री अमिताभ गुप्ता छुट्टी पर रहेंगें।

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