Mumbai Saga

Mumbai Saga: एक्शन में फिट बैठते हैं जॉन और इमरान, लेकिन फिल्म की कहानी में नहीं है दम

बॉलीवुड मूवीज ने बड़ी स्क्रीन पर फिर से वापसी कर ली है। पिछले हफ्ते राजकुमार राव, वरुण शर्मा और जाह्नवी कपूर की फिल्म रूही (Roohi Review in Hindi) रिलीज हुई, जो कि एक हॉरर कॉमेडी फिल्म थी। इस हफ्ते बॉलीवुड अपने दर्शकों के लिए क्राइम थ्रिलर फिल्म लेकर आया है। इस हफ्ते यानी आज बड़ी स्क्रीन पर फिल्म Mumbai Saga रिलीज हुई है। डार्क और इंटेंस फिल्मों बनाने वाले संजय गुप्ता एक बार फिर से इस फिल्म के साथ वापसी कर रहे हैं। इससे पहले वो कांटे’, ‘काबिल’, ‘शूटआउट एट लोखंडवाला’, ‘शूटआउट एट वडाला जैसी फ़िल्में बना चुके हैं।

मुंबई के अंडरवर्ल्ड और उसकी काली दुनिया पर बनने वाली फ़िल्में अक्सर ही लोगों को पसंद आती है क्योंकि इसमें थ्रिलर और खूबी सारा एक्शन देखने को मिलता है।

फिल्म Mumbai Saga की कहानी 

फिल्म Mumbai Saga की कहानी अमर्त्य राव (John Abraham) जो सब्जी-भाजी की दुकान लगता है, वो कैसे एक गैंगस्टर बनता है, इसी पर आधारित है। यह फिल्म 80 के दशक पर सेट की गई हैं। फिल्म का सबसे बड़ा नेगटिव किरदार गायतोंडे (अमोल गुप्ते) जो जेल में बैठकर अपने गुंडों के जरिए हफ्ता वसूली का धंधा चलाता है। कहानी ता शुरू होती है जान जब गायतोंडे के गुंडे अमर्त्य राव के छोटे भाई अर्जुन (प्रतीक बब्बर) को जान से मारने आते हैं। अपने भाई की जान बचाने के लिए अमर्त्य हथियार उठा लेता है और देखते ही देखते वो इस गुंडे बनने की कहानी को आगे बढ़ाता है।

अब फिल्म में एंट्री होती है मुंबई का किंगमेकर भाऊ (महेश मांजरेकर) की। वो एक माफिया है जिससे सत्ता और राजनीति भी नहीं दबा सकती। किंगमेकर भाऊ की मदद से अमर्त्य गैंगस्टर बन जाता है। अब फिल्म में अमर्त्य की बीवी बनकर आती  काजल अग्रवाल। अपने छोटे भाई अर्जुन को  इस सब से दूर रखने के लिए वो उसे लंदन भेज देता है।

अर्मत्य बॉम्बे का सबसे बड़ा गैंगस्टर बन जाता है, जिसका राज दादर से बायकुला तक चलता है। लेकिन वो कहते है न हर बुराई पर अच्छाई को जीत दिलाने वाला एक राम अवश्य जन्म लेता है। एनाउंटर स्पेशलिस्ट इंस्पेकटर विजय सवांरकर (Emraan Hashmi) मुंबई से क्राइम खत्म करने के लिए अर्मत्य को चुनौती देता है। लेकिन क्या विजय संवारकर इस काम में सफल हो पाएगा। ये आपको फिल्म देखकर ही पता लगेगा।

John-Abraham

इसमें कोई शक नहीं कि फिल्म में एक बेहतरीन स्टारकास्ट का लिया गया है। महेश मांझेकर, रोहित रॉय, इमरान हाश्मी, John Abraham और गेस्ट भूमिका में सुनील शेट्टी ने अपनी तरफ से बहुत ही शानदार काम किया है। जॉन अब्राहम को एक्शन के लिए जाना जाता है, जिसमें उनका कोई मुकाबला नहीं, वहीं दूसरी और Emraan Hashmi ने इस बार कुछ हटकर करने का ट्राई किया है। कहना पड़ेगा कि पुलिस के किरदार में वो बढ़िया जमें हैं। John और Emraan के बीच फाइटिंग सीन आपको पसंद आएंगें। वहीँ महेश मांझेकर नेगिटिव रोल करने में माहिर हैं। उनका किरदार बालासाहेब ठाकरे से प्रेरित है, जिसको उन्होंने बखूबी निभाया है। इसके साथ ही फिल्म Mumbai Saga  में काजल अग्रवाल और अंजना सुखानी को फिल्म में कम स्पेस मिला है। इसलिए उनका काम कम स्पेस की वजह से दिखाई नहीं पड़ता।

Emraan Hashmi

निर्देशक संजय गुप्ता बहुत ही अच्छे निर्देशक हैं और वो अपनी क्राइम वाली फिल्मों के लिए ही जाने जाते हैं। 2017 में आई उनकी फिल्म काबिल एक मास्टरपीस था। लेकिन ऐसा लगता है, इतने साल बाद फ‍िल्‍म Mumbai Saga में वापसी करके भी वो कुछ नयापन नहीं दे पाए। फिल्म में संस्पेंस का अभाव है। लेकिन 80 के दशक पर सेट यह फिल्म मुंबई के पुराने रूप को साफ़ दिखाती है। गैंगस्टर अर्मत्य राव के किरदार में जॉन अब्राहम ने काफी अच्छे से निभाया और Emraan Hashmi ने भी काफी मेहनत की है। इनके अलावा महेश मांजरेकर और रोहित रॉय ने फिल्म में कमाल का काम किया है। लेकिन अगर कहानी में ही जान ना हो, एक्टिंग के बलबूते पर उसे लंबे समय तक नहीं खींचा जा सकता।

इसमें कुछ कुछ डायलॉग अच्छे हैं लेकिन संवादों का ओवरडोज सा नजर आता है। इसके साथ ही एक्शन सीन में कुछ अलग करने का प्रयास नहीं किया गया है। आप इस फिल्मसे हाई क्राइम ड्रामा की अपेक्षा नहीं कर सकते। लेकिन जो लोग Emraan Hashmi और John Abraham के फैन हैं, उन्हें Mumbai Saga पसंद आएगी।

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