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Ganesh Chaturthi 2020: जाने गणेश जी की मूर्ति स्थापना की पूजा विधि और सारे नियम

Ganesh Chaturthi 2020: गणेश चतुर्थी, को ‘विनायक चतुर्थी’ या ‘विनायक चविथि’ के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन सभी हिंदू देवता मिल कर भगवन गणेश की पूजा करते हैं। त्योहार भाद्रपद के हिंदू कैलेंडर महीने में मनाया जाता है, जो शुक्ल चतुर्थी (वैक्सिंग चंद्रमा के चौथे दिन) से शुरू होता है। हर साल गणेश चतुर्थी 19 अगस्त और 20 सितंबर के बीच मनाया जाता है।

भारत के कुछ हिस्सों, जैसे कि आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में, त्योहार दस दिनों के लिए मनाया जाता है और एक बहुत ही सार्वजनिक अवसर होता है। कहीं-कहीं इसे घरों में भी मनाया जा सकता है, जहां भजन गाए जाते हैं और गणेश को प्रसाद चढ़ाया जाता है। गणेश जी मिठाई रूप में मोदक खाना पसंद करते हैं।

त्योहार के दिन, गणेश की मिट्टी की मूर्तियों को घरों में या बाहरी लोगों के लिए सजाए गए तंबुओं में रखा जाता है, ताकि वे उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें। पुजारी तब मूर्तियों में जीवन का आह्वान करते हैं, जबकि मंत्रों का जाप एक अनुष्ठान में होता है, जिसे ‘प्राणप्रतिष्ठा’ के नाम से जाना जाता है।

Ganesh Chaturthi 2020: आज हम आपको घर पर गणेश जी की मूर्ति स्थापना से लेकर उसकी पूजा विधि और नियम विस्‍तार से बता रहे हैं।

गणेश जी की कैसी प्रतिमा खरीदें 

इस अवसर पर हर कोई अपने घर पर गणेश जी की छोटी या बड़ी प्रतिमा लेकर आते हैं। इसलिए जब भी आप  प्रतिमा  खरीदने बाजार में जाते हैं तो यह हमेशा ध्यान रखें कि उसमें पीले, हरे और लाल रंगो का इस्तेमाल अवश्य हुआ हो। ऐसा कहा जाता है कि हरे रंग से घर में समृद्धि आती है और पीले रंग से वैवाहिक जीवन में मधुरता बढ़ती है। लाल रंग तो हमेशा से ही शुभ का प्रतीक है। जब भी आप मूर्ति लाएं तो ध्यान रखें कि गणेश जी बैठु हुई मुद्रा में हों और उनकीं सूंड बायीं तरफ को मुड़ी हुई हो।

क्या हो पूजा सामग्री

पूजा से पहले सभी सामग्री को पहले ही इकठ्ठा कर लें ताकि कुछ भी छूट न जाए। पूजा की सामग्री में चौकी, लाल कपड़ा, गणेश जी की प्रतिमा, कलश रखें। इसके साथ ही पंचामृत, रोली, अक्षत, कलावा जनेऊ, गंगाजलु, सुपारी, इलाइची, नारियल,पारी, लौंग पंचमेवा, घी, कपूर और दूर्वा भी अपनी पूजा के सामान में शामिल करें।

सफाई पर दें विशेष ध्यान

कहते हैं स्वच्छ और साफ घर में ही भगवान् वास करते हैं। इसलिए पुरे घर के साथ साथ उस जगह की विशेष सफाई करें जहाँ पर मूर्ति की स्थापना की जानी है। घर में गंगाजल छिड़क कर उसे शुद्ध और पवित्र करना भी आवश्यक है।

कैसे करें मूर्ति की स्थापना

मूर्ति की स्थापना करने से पहले प्रात: उठकर स्नान कर लाल कपडे धारण करें। उसके बाद जहाँ मूर्ति की स्थापना होगी वहां भी लाल कपड़ा बिछाएं और रिद्धि सिद्धि के रूप में प्रतिमा के दोनों और एक एक सुपारी रखें।

कैसे करें भगवान की आराधना

सांयकाल के समय में भगवान की मूर्ति के सामने सभी सामग्री रखें। फल और मेवे को प्रसाद के रूप में भगवान् को चढ़ाएं। इसके बाद गणेश पुराण, गणेश चालीसा और गणेश स्‍तुति कर भगवान को मोदक का भोग लगाएं और दूसरों को भी दें।

Ganesh Chaturthi 2020: इस तरह से सभी विधि विधान से पूजा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और घर में रुके सभी काम बनते हैं और मन की इच्छाएं पूरी होती है। 

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