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Khaali Peeli Movie Review: 90 के दशक का फुल-टू रोमांस कॉमेडी का तड़का है फिल्म खाली-पीली

Khaali Peeli Movie Review in Hindi: बॉलीवुड हमेशा से ही कॉमेडी और मसअल मूवीज देने के लिए जाना जाता है। इस काम में बॉलीवुड इंडस्ट्री का कोई मुकाबला नहीं। फिल्म में बस कुछ पुरानी फिल्मों की घटनाओं को आज के स्टाइल में जोड़ कर नई तरह से पेश कर देना आजकल आम बात हो गई है। ऐसा ही कुछ हाल ही में रिलीज हुई फिल्म खाली पिली के साथ भी हुआ है। जिसमें एक पुरानी स्टोरी लाइन के साथ नई जोड़ी और कुछ नए एक्शन स्टंट्स के साथ पेश कर दिया गया है।

Khaali Peeli फिल्म की कहानी –  यह कहानी फिल्म के हीरो यानी विजय चौहान उर्फ ब्लैकी (ईशान खट्टर) और पूजा (अनन्या पांडे) के इर्द गिर्द घूमती है। पूजा किसी शादी से भागी है जिसके पास बहुत सा पैसा और जेवर हैं। वही ब्लैकी एक टैक्सी ड्राइवर है। कहानी की असल शुरुआत तब होती है जब ब्लैकी की टैक्सी में पूजा गुंडों से बचने के लिए आकर बैठ जाती है।  इसके बाद शुरू होती है असल कहानी। दोनों में डील होती है कि वो इसका बराबर हिस्सा बनेंगें। गुंडों से बचते बचाते दोनों की कहानी लव ट्रैक तक पहुंच जाती है।  फिल्म में ऐक्शन और रोमांस का फूल-टू कॉम्बिनेशन है।

Khaali Peeli फिल्म का रिव्यू – फिल्म की कहानी कुछ ख़ास नहीं है। लेकिन ये इतनी उबाऊ भी नहीं है। फिल्म में हीरो का किरदार किसी साउथ और बॉलीवुड के हीरो का मिला जुला अवतार के जैसे दीखता है। फिल्म की कहानी बीच बीच में बैकग्रॉउंड में चलती है। जिसके इमोशनल सीन फिल्म को धीमा करते हैं। ईशान और अनन्या की जोड़ी में वो चार्म कहीं गायब है जिसकी आप उम्मीद कर रहे थे। हीरो पर हजारों गोलियां चलती है, लेकिन उसे एक भी नहीं लगती जो देखने में बचकाना है।

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ईशान की एक्टिंग की बात करें, तो वो अपने किरदार में काफी अच्छे और दमदार दिखाई पड़ते हैं। साथ में उनकी डांस स्किल्स ने भी उनकी फिल्म में काफी मदद की है। अपने भाई शाहिद कपूर की झलक उनमें साफ़ दिखाई पड़ती है। वहीं दूसरी और अन्नया पांडे ग्लैमर रोल में आई हैं लेकिन अपना जादू नहीं बिखेर पाई।

फिल्म में तीन और किरदार हैं जिसमें से इंस्पेक्टर तावडे और भीम के किरदरा में जाकिर हुसैन और सतीश कौशिक ने कॉमिडी आपको हसाने परे मजबूर कर देगी।  यूसुफ चिकना (जयदीप अहलावत) जो फिल्म में विलन का किरदार निभा रहे हैं। उनकी एक्टिंग का कोई जवाब नहीं। वो अपने छोटे से रोल के साथ भी अपने किरदार की एक गहरी छाप दर्शकों में छोड़ने में कामयाब रहे हैं। इसके अलावा फिल्म में 3 गाने जबर्दस्ती डाले गए हैं जो फिल्म में जरुरी भी नहीं थे। लेकिन म्यूजिक विशाल शेखर का है तो सुनने में अच्छा है। 

कुल मिलाकर फिल्म ठीक-ठाक है। अगर आप इस वीकेंड फ्री है तो मसाला फिल्म को देखकर अपना मनोरंजन कर सकते हैं।

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