Petrol and Diesel की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी, पेट्रोल 79.92 तो डीजल 80 के पार पहुंचा
Petrol and Diesel की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है। दोनों की कीमतें तेजी से आसमान छू रही हैं। आज की बात करें तो डीजल की कीमत ने लगातार दूसरे दिन पेट्रोल की कीमत को पार कर लिया है। इसका कारण यह है कि आज यानी गुरुवार ईंधन की दर में लगातार बढ़ोतरी देखी गई है। पेट्रोल की कीमत की बात करें तो उसमें 16 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है, जबकि डीजल की कीमत आज 14 पैसे लीटर बढ़ गई।
पिछले 19 दिनों के रिकॉर्ड को देखें तो पेट्रोल की कीमत में 8.66 प्रति लीटर की दर से बढ़ोतरी हुई है, जबकि डीजल की कीमत में 10.63 के एक उच्च अंतर देखा गया है।
दिल्ली में डीजल की कीमत 80 रुपये से ऊपर जा चुकी हैं, वर्तमान में वह डीजल के दाम 80.02 रुपये प्रति लीटर है यानी वहां 0.14 रुपये की वृद्धि हुई है। देश की राजधानी में पेट्रोल की कीमत 79.92 रुपये प्रति लीटर हो चुकी है यानी आज यहां 0.16 रुपये की वृद्धि दर्ज की गई है।
आपको बता दें कि ऐसा केवल दिल्ली में हुआ है और भी बड़े नगरों में डीजल और पेट्रोल के दाम बढे हैं। आने वाले कुछ समय में देश के अन्य राज्यों में भी कीमतें में बढ़ोतरी देखी जाएगी। लेकिन अन्य राज्यों द्वारा लगाए गए कम करों के कारण डीजल की कीमत में ज्यादा प्रभाव देखने को नहीं मिलेगा।
देश के कुछ बड़े और प्रमुख शहरों में आज पेट्रोल, डीजल की कीमत कुछ इस प्रकार है:
नई दिल्ली: पेट्रोल ₹ 79.92 जबकि डीजल की कीमत 80.02 रुपए हो गई है।
गुड़गांव: पेट्रोल ₹ 78.15 जबकि डीजल की कीमत 72.31 रुपए हो गई है।
मुंबई: पेट्रोल ₹ 86.70 जबकि डीजल की कीमत 78.34 रुपए हो गई है।
चेन्नई: पेट्रोल ₹ 83.18 जबकि डीजल की कीमत 77.29 रुपए हो गई है।
हैदराबाद: पेट्रोल ₹ 82.96 जबकि डीजल की कीमत 78.19 रुपए हो गई है।
बेंगलुरु: पेट्रोल ₹ 82.52 जबकि डीजल की कीमत 76.09 रुपए हो गई है।
राज्य में Oil Marketing Companies (OMCs) ने गुरुवार को लगातार 19वें दिन Petrol and Diesel price में बढ़ोतरी की, क्योंकि कॉरोनोवायरस महामारी के बीच दर संशोधन से 82 दिनों के ब्रेक के बाद वे खुदरा दरों को समायोजित कर रहे थे।
सरकार ने 14 मार्च को Petrol and diesel पर उत्पाद शुल्क में 3 रुपये प्रति लीटर और फिर 5 मई को फिर से पेट्रोल के मामले में 10 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपये की बढ़ोतरी की। दोनों बढ़ोतरी ने सरकार को अतिरिक्त कर राजस्व में 2 लाख करोड़ रुपये दिए।