Rahul Gandhi ने लदाख रतिथि को लेकर केंद्र पर साधा निशाना; कहा प्रधानमंत्री ने भारत की जमीन चीन को सौंप दी
कांग्रेस नेता Rahul Gandhi ने लद्दाख स्थिति पर रक्षा मंत्री Rajnath Singh पर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि मोदी सरकार ने चीन को भारत की जमीन का टुकड़ा खुद ही सौंप दिया है और इसे लेकर विपक्ष को सवाल उठाने की अनुमति नहीं दी गई है।
दरअसल कल रक्षा मंत्री ने राज्यसभा में लदाख स्तिथि के बारे में ब्यान जारी किया है। पिछले साल मैंने इस सदन को सूचित किया था कि एलएसी के आसपास पूर्वी लद्दाख में कई घर्षण क्षेत्र बनाए गए हैं। भारत की सुरक्षा के संदर्भ में हमारे सशस्त्र बलों द्वारा पर्याप्त और प्रभावी काउंटर तैनाती की गई है।
मुझे यह कहते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि भारतीय सेनाओं ने लगातार इन सभी चुनौतियों का सामना किया है और पैंगोंग त्सो के दक्षिण और उत्तरी तट पर अपनी वीरता और बहादुरी दिखाई है।
Rahul Gandhi ने शुक्रवार को कहा – स्पष्ट रूप से, रक्षा मंत्री एक बयान देते हुए कहते हैं कि अब हम फिंगर 3 में तैनात होने जा रहे हैं। लेकिन भारत की स्थिति फिंगर 4 है और हमें वहां रहना है।
Rahul Gandhi ने आगे राजनाथ से पूछा, भारतीय सैनिकों को वापस जाने के लिए क्यों कहा गया है। मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए Rahul Gandhi ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी ने’ भारत माता के टुकड़े को चीन को सौंप दिया है।
Rahul Gandhi ने कहा “पीएम एक कायर है जो चीनियों को बर्दाश्त नहीं कर सकता। वह हमारी सेना के बलिदान पर थूक रहा है। वह हमारी सेना के बलिदान को धोखा दे रहा है। भारत में किसी को भी इसे करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।”
Rahul Gandhi लद्दाख में मौजूदा स्थिति पर Rajnath Singh के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिण में एक समझौते पर पहुंच गए हैं, जो दोनों पक्षों को “संघर्ष विराम” के लिए तैनात करता है।

केंद्र पर निशाना साधते हुए Rahul Gandhi ने कहा, “कल, रक्षा मंत्री ने पूर्वी लद्दाख के बारे में जो कहा उस हिसाब से सैनिक अब फ़िंगर 3 पर तैनात होने जा रहे हैं। फ़िंगर 4 हमारा क्षेत्र है।
अब, हम फिंगर 4 से फिंगर 3 में चले गए हैं। इससे आपको क्या समझ में आता है कि क्या श्री मोदी ने हमारी जमीन उन्हें सौंप दी है। जहां से चीन में प्रवेश किया था, उस बारे में उन्होंने एक शब्द नहीं बोला। सच तो यही है कि उन्होंने हमारी जमीन चीन को दी है और इस बारे में प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए।