Sonam Kapoor

सोशल मीडिया पर COVID-19 वैक्सीन के बारे जानकारी लेने पर Sonam Kapoor हुई ट्रोल; यूजर ने कहा गूगल से न्यूज़ पढ़ लो

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने हफ्ते की शुरुआत में कोविद वैक्सीन को लेकर एक बड़ी घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि भारत में COVID-19 टीकाकरण का दूसरा चरण 1 मार्च से शुरू होने जा रहा है। यह खबर न केवल सोशल मीडिया बल्कि समाचार चैनेलों में भी लगातार आती रही है। लेकिन ऐसा लगता है कि बॉलीवुड अभिनेत्री Sonam Kapoor को इस बारे में कोई अंदाजा ही नहीं है। इसलिए उन्होंने ट्वीटर पर ट्वीट करके पूछा कि वह COVID-19 वैक्सीन को लेकर उलझन में है।

सोनम ने लिखा, “क्या कोई मुझे समझा सकता है कि हमारे दादा-दादी या माता-पिता भारत में कैसे टीका लगवा सकते हैं और यह कब उपलब्ध है? मैं बहुत उलझन में हूं। सभी से अलग-अलग बातें सुन रहा हूं। मैं वास्तव में सही से जानकारी पाना चाहूँगी।”

सोनम ने ट्वीट किया ही था कि  नेटिज़ेंस ने अभिनेत्री को घेर लिया और उन्हें इस बात के लिए ट्रोल किया जाने लगा कि वो राष्ट्रीय समाचार भी नहीं पढ़ती। कुछ ने तो उन्हें सरकारी साइटों पर जाने या जावड़ेकर की घोषणा के बारे में समाचार पढ़ने की सलाह भी दे डाली। 

एक यूजर ने Sonam Kapoor को ट्रोल करते हुए लिखा कि बहनजी, सोशल मीडिया पर  हगने से बेहतर है कि आप समाचार देखो और उसे पढ़ो। पुरा समय सरकार के खिलाफ बकवास करने से बेहतर है, कम से कम उनकी योजनाओं और नीतियां को समझने की कोशिश करो कि कैसे यह लोगों की मदद करती है। मुझे यकीन है कि आपके iPhone में Google मैप जरूर होगा। कृपया इसका उपयोग करना सीखें।

एक अन्य यूजर ने लिखा कि जब आप सभी से अलग-अलग चीजें सुनते हैं, तो आप इसे ट्विटर पर पोस्ट करते हैं, ताकि आप सभी से अलग-अलग बातें सुन सकें?

एक अन्य यूजर ने उनके सवाल का जवाब भी दिया है लेकिन उसने बड़े सेलिब्रिटीज पर निशाना भी साधा है। उसने लिखा कि आप लोग के पास आम जनता की तुलना में बहुत जल्दी इस तरह की चीजें प्राप्त करने के लिए विशेषाधिकार प्राप्त हैं। वैसे भी, 45 से ऊपर के लोगों को कॉम्बिडिटीज के साथ 1 मार्च से अगले राउंड में एक वैक्सीन टीका मिलेगा। 1 मार्च से शुरू होने वाले इस टीकाकरण अभियान के लिए 10,000 सरकार और 20,000 निजी क्लीनिकों को शामिल किया गया है।”

 आपको बता दें कि बुधवार (24 फरवरी) को घोषणा की गई कि जो लोग निजी केंद्रों में जाकर वैक्सीन लेने का विकल्प चुनते हैं, उन्हें अपनी जेब से भुगतान करना होगा। केंद्रीय मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, पहले चरण में COVID-19 के खिलाफ 1,07,67,000 लोगों ने टीकाकरण किया है, जिसमें स्वास्थ्य सेवा और सीमावर्ती कार्यकर्ता शामिल थे।

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