तमिलनाडु के कोयम्बटूर में दो लोगों द्वारा हाथी को पीटने वाला वीडियो हुआ वायरल; पेड़ से बांधकर पशु को पीटा
पशु क्रूरता का एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इन दिनों इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दो लोगों को एक हाथी को पीटते हुए दिखाया गया है। स्थानीय लोगों द्वारा कथित तौर पर इस वीडियो को शूट किया गया है। जिसमें हाथी एक एकांत क्षेत्र में एक पेड़ से बंधा हुआ देखा जा सकता है और दो पुरुषों उस हाथी को लाठी से लगातार पीटे जा रहे हैं।
रिपोर्टों से पता चला है कि यह घटना तमिलनाडु के कोयम्बटूर की है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि यह घटना हाथियों के लिए एक कायाकल्प शिविर के अंदर ही घटित हुई है। हाथी को उसकी पीठ से महावत को गिराने के कारण उसे इस तरह से सजा दी जा रही है।
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार, महावत और उनके सहायक दोनों को हिरासत में ले लिया गया है। बताया जा रहा है कि विनिल कुमार और उनके सहायक शिवप्रसाद पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की धाराएं लगाईं गई हैं, जिसके तहत दोनों को हिरासत में लिया गया है।
बता दें, तमिलनाडु के पुडुचेरी के कई स्थानों से कोयम्बटूर जिले में 26 हाथियों के थेम्पमपट्टी और 8 फरवरी को कायाकल्प शिविर के लिए लाए गए हैं।
यह पहली बार नहीं है। इससे ठीक एक महीने पहले भी इसी तरह की क्रूरता हाथी के साथ की गई है। मासीनगुड़ी गांव में कुछ लोगों ने पीछा करने के लिए एक हाथी पर एक जलते हुए टायर को फेंक दिया था। इसके बाद हाथी गंभीर रूप से घायल हो गया और इलाज के लिए मेडिकल कैंप ले जाते समय उसकी मौत हो गई थी। कथित तौर पर हाथी को मारने के लिए तीन लोगों पर कार्यवाही शुरू की गई थी।

कुछ समय पहले केरल में भी एक गर्भवती हाथी को फल में बम खिलाकर मारने वाला मामला सामने आया था। जिसका लोगों ने जमकर विरोध भी किया था। लेकिन उसके बाद भी क्रूरता के मामले कम होने के बजाय बढ़ते हुए दिख रहे हैं।
पिछले हफ्ते, मद्रास उच्च न्यायालय ने आदेश दिया कि हाथी की मौत से संबंधित सभी मामलों की केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा जांच की जानी चाहिए। पीठ ने कहा कि हाथी पारिस्थितिक तंत्र का एक अभिन्न अंग थे और हाथी की मौत की संख्या को रोकने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।