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प्वायंट 14 पर कब्‍जा करने की चीन की साजिश को निहत्थे भारतीय सैनिकों ने किया नाकाम

चीन देश हमेशा से ही पीठ में छुरा घोंपने वाले देशों में से एक रहा है। एक बार फिर चीन की एक ऐसी करतूत सामने आई है। दुनिया को बातचीत करके समाधान निकालने का दिखावा करने वाले चीन ने एक बार भी मौका देखकर भारत को निशाना  बनाया है। 

चीनी सैनिकों ने प्वाइंट 14 पर कब्जा करने की पूरी कोशिश की, जिसे भारतीय सैनिकों ने जान की परवाह किए बिना नाकाम कर दिया। रात के समय चीनी सैनिकों ने भारतीय जवानों पर हमला किया जब वो पूरी तरह से निहत्थे थे। 

चीन ने भले ही अपनी चर्चा में पीछे हटने पर हामी भरी हो, लेकिन असल में उनके दिमाग में कुछ और ही चल रहा था। चीन का असली चेहरा तो तब सामने आया जब  सोमवार रात को  चीनी सैनिकों ने गलवन व श्‍योक नदी के संगम के पास प्‍वाइंट 14 चोटी पर कब्‍जा करने की कोशिश की। इस आमने-सामने की लड़ाई में दोनों देशों ने अपने सैनिको को खो दिया। आपसी लड़ाई में इस चोटी से फिसलकर दोनों देशों के  सैनिक घाटी में जा गिरे जो पूरी तरह से बर्फ का दरिया बनी हुई थी। बर्फ में जम जाने के कारण भारत ने अपने 20 जवानों को खो दिया।

इस समय पूर्वी लद्दाख चीन के निशाने पर है। चीन पूर्वी लदाख पर सालों से कब्जा जमाने की फिराक में है। हालंकि इस स्थान पर भारतीय सेना मजबूत स्थिति में है। इसी वजह से चीनी सेना का हमेशा यही प्रयास रहता है कि वो किसी भी तरह इस इलाके के कुछ महत्‍वपूर्ण स्‍थानों पर अपना कब्‍जा जमा ले। जिसके लिए चीन तमाम तरह की साजिशें भारत के खिलाफ रचता है। आपको बता दें इस तरह की कोशिशों को देखते हुए कुछ सालों पहले भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख में बहुत सी जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए थे ताकि चीन की घुसपैठ पर निगरानी रखी जा सके। लेकिन चीनी सेना ने इन सीसीटीवी कैमरा को भी तोड़ दिया था।  

इससे पहले भी चीन ने भारतीय सीमा में प्वायंट 14, प्वायंट 15 और प्वायंट 17 पर कब्जा जमाने के इरादे से लोगो पर हमला किया था। उन्होंने इन इलाको के आस पास तंबू गाड़ लिए थे। इन हालतों को मध्यनजर रखते हुए पिछले हफ्ते ही भारत और चीन के वरिष्ठ सैन्याधिकारियों के बीच बातचीत भी हुई थी। इस बातचीत के दौरान चीनी सेना पीछे हटने पर सहमत हो गई थी और उन्होंने अपनी सेना को लगभग 2 से ढाई किलोमीटर पीछे कर दिया था। जब रात में चीनी सैनिकों ने प्वाइंट-14 पर कब्जे के लिए तारबंदी शुरू की तो बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग अफसर कर्नल संतोष बाबू (Santosh babu) हालात को बेहतर करने के इरादे से अपनी जवान की टोली के साथ पहुंचे। लेकिन वहां भी चीनी सैनिकों ने निहत्थे भारतीय सेना पर पत्थरों, हथौड़ियों और कंटीले तारों से हमला किया।

दोनों की हाथापाई में वो एक बर्फीले दरिया में जा गिरे और दोनों की सेनाओ को इसका भारी नुकसान भी उठाना पड़ा। इससे पहले भी चीन इन इलाकों में पेट्रोलिंग कर चुका है।

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