US ने COVID -19 को ठीक करने वाली पहली दवा को दी मंजूरी; दवा का 5 दिन का रिकवरी रेट
अमेरिका ने गुरुवार को COVID-19 के उपचार के लिए पहली दवा को मंजूरी दे दी है। अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए एक IV के माध्यम से दी जाने वाली एक एंटीवायरल दवा, रेमेडिसविर को अस्पताल में जारी कर दिया गया है।
अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की अगुवाई वाले एक बड़े अध्ययन में कैलिफोर्निया स्थित गिलियड साइंसेज इंक नाम की दवा ने वेक्लेरी को रिकवरी के लिए पांच दिन में 15 दिन से लेकर 10 तक के औसत बताया गया है। इस दवा को हाल ही में आपातकालीन आधार पर उपयोग के लिए अधिकृत किया गया था, और अब COVID -19 के इलाज के लिए यह देश की पहली दवा बन गई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का उपचार भी इसी दवा के माध्यम से किया गया था, जब इस महीने की शुरुआत में उनकी कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
वेक्लेरी को कम से कम 12 साल की उम्र के लोगों को ही दी जा सकती है। इसके अलावा व्यक्ति का वजन कम से कम 40 किलोग्राम तक होना चहिए। यह दवा केवल उन ही मरीजों को दी जा रही है जिन्हें कोरोनावायरस संक्रमण के लिए अस्पताल में भर्ती होने की जरुरत पड़ती है। 12 वर्ष से कम उम्र के रोगियों के लिए, एफडीए ने फिलहाल दवा देने के बारे में कोई भी सुचना जारी नहीं की है। लेकिन अभी इस दवा पर टेस्ट किए जा रहे हैं ताकि आपातकालीन स्तिथि के कुछ मामलों में दवाओं का उपयोग किया जा सके।

यह दवा एक पदार्थ को रोककर काम करती है जिसका उपयोग वायरस खुद की प्रतियां बनाने के लिए करता है। इस दवा के उपयोग से पहले मरीजों को शुरू करने से पहले कुछ परीक्षणों की आवश्यकता होती है। और यह लेबल मलेरिया दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के साथ उपयोग करने के खिलाफ चेतावनी देता है, क्योंकि इससे इसकी प्रभावशीलता पर अंकुश लग सकता है।
गिलियड के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ.मरदाद पारसी ने एक बयान जारी किया जिसमें वो कहती हैं कि “हमारे पास पर्याप्त ज्ञान और टूल का बढ़ता हुआ सेट है, जो COVID-19 से लड़ने में मदद कर सकता है।”
उन्होंने कहा कि दवा या तो टेम्परेरी है या लगभग 50 देशों में अस्थायी प्राधिकरण है। इसकी कीमत विवादास्पद रही है। यह भी कहा गया है कि फिलहाल ऐसा कोई अध्ययन नहीं पाया गया है कि यह वाकई हर तरिके से बिमारी में में सुधार करती है या नहीं। पिछले हफ्ते, विश्व स्वास्थ्य संगठन के नेतृत्व द्वारा एक अध्ययन किया गया जिसमें पाया गया कि दवा ने अस्पताल में भर्ती हुए COVID-19 रोगियों पर इस्तेमाल किया गया। लेकिन इस दवा के उपयोग से किसी भी तरह की मदद नहीं मिली। लेकिन उस अध्ययन में एक प्लेसबो समूह शामिल नहीं था हालाँकि उस पर दवा से काफी लाभ प्राप्त हुआ था।
फिलहाल इस घातक बिमारी के लिए अभी तक केवल एक उपचार स्टेरॉयड जैसे डेक्सामेथासोन कहा जाता है COVID-19 के मरने के जोखिम को कम करने के लिए सबसे बेहतरीन पाया गया है। एफडीए ने जीवित बचे लोगों के रक्त का उपयोग करने के लिए आपातकालीन प्राधिकरण भी दिया है और दो कंपनियां वर्तमान में प्रयोगात्मक एंटीबॉडी दवाओं के लिए इसी तरह के प्राधिकरण की मांग कर रही हैं।