Vikas-Dubey (2)

डीएसपी सहित 8 पुलिसकर्मी की हत्या करने वाले Vikas Dubey को पलिस ने किया गिरफ्तार, महाकाल में मंदिर में छुपने के इरादे से पहुंचा था अपराधी

कानपुर एनकाउंटर गैंगस्टर Vikas Dubey को गुरुवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन से पुलिस ने गिरफ्तार किया है। Vikas Dubey उस समय उज्जैन महाकाल मंदिर आए थे, सुरक्षाकर्मियों ने उनकी पहचान की और और फ़ौरन इस बारे में पुलिस को जानकारी दी है। जब उन्हें जोर देकर पूछा गया तो Vikas Dubey अपनी पहचान कबूल की। फिलहाल उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और लागर उनसे पूछताछ की जा रही है। 

इस बारे में जानकारी देने वाले उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह हैं, जिन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को इस सारी घटना की पुष्टि है। खबरों के मुताबिक, विकास सुबह करीब 8 बजे मंदिर पहुंचे और वो वहां यह प्राथर्ना करने आए थे की उन्हें अकाल मृत्यु की प्राप्ति न हो। जब वो मंदिर में पूजा करने आया तो सुरक्षाकर्मियों को उन पर शक हुआ। उन्हें लगा कि इस व्यक्ति की शक्ल काफी हद तक कानपुर में आठ पुलिस वालों की हत्या करने वाले Vikas Dubey से मिलती है। इसलिए उन्होंने उसे तुरंत गिरफ्तार किया और उसकी पहचान के बारे में पुलिस को सूचित किया।

यह सारी घटना करीब 9 बजे हुई जब Vikas Dubey ने मंदिर में दाखिल होने के लिए 250 रुपये की रसीद कटवाई। उज्जैन स्तिथ महाकाल मंदिर के पुजारी ने बताया कि जब Vikas Dubey ने जब रसीद कटवाई तभी सुरक्षाकर्मियों को उस पर शक हो गया था। पुजारी ने यह भी बताया कि Vikas Dubey को जब पकड़ा गया तो विकास ने ज्यादा हरकत नहीं की बस उसका हाथ पकड़ने पर थोड़ी बहुत झूमा झटकी की थी।

Vikas Dubey ने महाकाल मंदिर परिसर में पकड़े जाने के बाद तस्वीरें भी क्लिक करवाई। जब वो तस्वीरें क्लिक करवा रहा था वो एकदम सामान्य लग रहा था। उनके चेहरे पर बिलकुल भी टेंशन नजर नहीं आ रही थी।

पुजारी ने इस बारे में आगे बताते हुए कहा कि इस समय सावन का महीना चल रहा है और अभी मंदिर में रोजाना बस 7-8 लोग ही आ रहे हैं। जब Vikas Dubey पकड़ा गया तो उसने किसी भी तरह की बदमाशी नहीं की। यहाँ तक की उसने एक बार भी भागने की कोशिश नहीं की। जब उसे पकड़ा गया तब उसके पास हथियार भी नहीं था।

मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पुलिस खुफिया एजेंसियों द्वारा सतर्क थी। एक वीडियो क्लिप में दुबे को पुलिस द्वारा अपने कॉलर की पिटाई करते हुए दिखाया गया है, जो चिल्ला रहा है, “हाँ मैं Vikas Dubey हूं कानपुर वाला ही Vikas Dubey हूँ। 

दुबे ने स्पष्ट रूप से पुलिस को भगाने के लिए किसी भी भेष का उपयोग नहीं किया और न ही उसके पास कोई हथियार था क्योंकि हथियार मंदिर परिसर के अंदर प्रतिबंधित हैं।

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