Vijay-Mallya

क्या सच में कोर्ट में हाजिर होंगे Vijay Mallya, जाने क्या पूरा माजरा

भारतीय मीडिया में बुधवार रात से ही सनसनी बानी हुई है। ऐसा कहा जा रहा है कि भगोड़ा व्यापारी Vijay Mallya जो भारतीय बैंकों का 1.05 बिलियन पाउंड (9,961 करोड़ रुपये) लेकर भाग गया था और ब्रिटेन में मजे से रह रहा है, वो भारत में आया था। मुंबई के टीवी चैनल ने यह दावा किया है कि वह बुधवार रात एक विमान में सवार था।

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक़ यह बात सामने आई है कि वह CBI और ED के साथ अदालत में जल्द ही पेश होंगे।  इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि वो मुंबई के आर्थर रोड जेल भी जाएंगें। Vijay Mallya के प्रत्यर्पण को 14 मई को ब्रिटेन की एक अदालत ने सील कर दिया था। नियमों के अनुसार, भारत सरकार को उस तारीख से 28 दिनों के भीतर उसे यूके से भारत लाना होगा। प्रत्यर्पण की कानूनी प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है।

अगस्त 2018 में यूके में माल्या की याचिका पर सुनवाई के दौरान भारतीय अधिकारियों से पूछा गया कि Vijay Mallya को कहां रखा जाएगा। उस समय, मुंबई के आर्थर रोड जेल का एक वीडियो अदालत में पेश किया गया था।

2017 में पहलाएक बैंक धोखाधड़ी का मामले में आया था। एक शराब व्यवसायी और Kingfisher Airlines के मालिक Vijay Mallya को IDBI और कुछ अन्य बैंकों से 9,500 करोड़ रुपये के संयुक्त ऋण पर चूक हुई। Vijay Mallya, जो उसके बाद भाग गया, वर्तमान में इंग्लैंड में रह रहा है। माल्या को भारत में प्रत्यर्पित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। माल्या के खिलाफ भी मामला इंग्लैंड की अदालत में लंबित है।

Kingfisher-Airlines

ब्रिटिश अदालत के न्यायाधीश Andrew Henshaw ने Vijay Mallya की संपत्ति वापस लेने से इनकार कर दिया है। तेरह भारतीय बैंकों ने माल्या के खिलाफ धोखाधड़ी और Money laundering के मामले दर्ज किए थे। अदालत ने माल्या की विश्वव्यापी संपत्ति को फ्रीज करने के आदेश को बरकरार रखा। इसी तरह बैंकों को माल्या से 10,000 करोड़ रुपये वसूलने की अनुमति दी गई।

शराब सम्राट Vijay Mallya ने भारत सरकार को ऋण चुकाने के एक प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है और मांग की है कि उसके खिलाफ मामला बंद किया जाए। Vijay Mallya ने पहले भारत सरकार को ट्वीट किया था कि वह 100 प्रतिशत बकाया चुकाने के लिए तैयार है। कुछ दिनों पहले उन्होंने एक ट्वीट ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने कोरोना बिमारी के चलते वित्तीय पैकेज की घोषणा पर भारत सरकार को बधाई दी थी और कहा था कि भारत सरकार जितनी चाहे उतनी मुद्रा नोट छाप सकती है, लेकिन यह मेरे जैसी छोटी इकाई पर ध्यान नहीं देती, जो 100 प्रतिशत बकाया चुकाने के लिए तैयार है। बिना किसी नियम और शर्तों के मेरे पास ऋण की राशि स्वीकार करें और मेरे खिलाफ लंबित सभी मामलों को रोक दें।

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