Rail Roka Protest: किसानों का स्टेशनों पर विरोध प्रदर्शन लगातार जारी, रेलवे ने बढ़ाई सुरक्षा
सरकार द्वारा सितंबर 2020 में बनाए गए नए कृषि कानूनों को निरस्त करवाने की मांग को लेकर आज किसानों ने “Rail Roko” विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया। सरकार पर दबाव बनाने के प्रयास में किसान आज दोपहर 12 बजे से लेकर 4 बजे के बीच चार घंटे रेल रोको प्रदर्शन कर रहे हैं।
PTI ने एक रिपोर्ट में बताया कि रेलवे ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पूरे देश में RPSF की 20 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया है।
रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक अरुण कुमार ने कहा “मैं समय सभी लोगों से ये गुजारिश करता हूँ कि वो सब शांति बनाए रखें। हम जिला प्रशासन के साथ संपर्क कर रहे हैं और जगह जगह पर एक नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। भारत के पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं। हमें यात्रियों को होने वाली असुविधा के लिए खेद है। यह विरोध प्रदर्शन चार घंटे का है और हम चाहते हैं कि यह (“Rail Roko”) शांति से चले।
‘Rail Roko’’ विरोध के बारे भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि “यह दोपहर 12 बजे शुरू होगा और 3-4 बजे तक चलेगा। ट्रेनें वैसे भी नहीं चल रही हैं। यह पर्दशन बहुत ही शांति से किया जाएगा। हम लोगों को पानी, दूध, लस्सी और फल प्रदान करेंगे, जो फंसे हुए पाए जाएंगे। हम उन्हें अपने मुद्दे बताएंगे।”
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि केंद्र के तीन विवादास्पद फार्म कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान विरोध को भविष्य में पश्चिम बंगाल तक सीमित कर दिया जाएगा, लेकिन उन्होंने कहा कि उनके आंदोलन का आगामी विधानसभा चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने कहा, “उनकी फसल MSP पर नहीं बेची जा रही है। हमें चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। हम वहां के किसानों से बात करेंगे।”
प्रोटेस्ट के शुरू होने के बाद जन अधिक्कार पार्टी (लोकतान्त्रिक) के कार्यकर्ताओं ने बिहार के पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन पर सेंट्रे के विवादास्पद नए कृषि कानूनों के विरोध में ‘रेल रोको’ के विरोध में देशव्यापी आह्वान किया।
हरियाणा के किसान नेताओ ने भी नए कृषि कानूनों के खिलाफ अपने देशव्यापी “Rail Roko” आंदोलन में हिस्सा लिया। उन्होंने पलवल में रेलवे ट्रैक को अवरुद्ध किया। हालांकि उस समय रेलवे स्टेशन पर सुरक्षाकर्मी भी मौजूद थे।
हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि जम्मू-कश्मीर के किसानो ने भी किसान द्वारा किए जा रहे “Rail Roko” पर्दशन में हिस्सा लिया। जम्मू के चन्नी Himat क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन जारी रहा।
न केवल जम्मू कश्मीर बल्कि कर्नाटका के किसानों के एक छोटे समूह ने बेंगलुरु में यशवंतपुर रेलवे स्टेशन पर धरना दिया। एक किसान नेता ने कहा, “जब हम रेलवे स्टेशन पहुंचे तो हमें यहां पुलिस द्वारा “Rail Roko” प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई थी। जब किसान संघों द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर इसकी घोषणा की गई तो हमें पुलिस को अनुमति देने का इंतजार क्यों करना चाहिए।”
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश में किसान का “Rail Roko” अब तक काफी शांतिपूर्ण चल रहा है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसानों की आड़ में कोई असामाजिक तत्व शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को बर्बाद न करें। पुलिस ने उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।