बॉलीवुड अपनी आवाज खो चुका है’, Sunil Shetty ने नए एक्टर्स पर किया कटाक्ष, संजय दत्त संग रिश्ते पर भी बोले
90 के दशक के फेमस एक्टर संजय दत्त और सुनील शेट्टी (Sunil Shetty) इन दिनों चर्चा में हैं। दोनों ओटीटी पर आ रहे शो ‘स्टार वर्सेज फूड सर्वाइवल’ के पहले एपिसोड में नजर आए। इसे रणवीर ब्रार होस्ट कर रहे हैं। Sunil Shetty और संजय दत्त के वीडियोज भी सामने आए हैं, जिसमें वो कुछ खाने के लिए पकाते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसी दौरीन ये दोनों अपने बारे में और बॉलीवुड (Bollywood) की स्थिति के बारे में बात करते दिखाई देते हैं।
दरअसल, सुनील शेट्टी ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस डॉट कॉम’ के साथ बातचीत में शो के एक्सपीरियंस को शानदार कहा। साथ ही बताया कि कैसे उनके दोस्त संजय की मौजूदगी ने इस जर्नी को मनोरंजक बना दिया। एक्टर के मुताबिक, उन्हें साथ में शूटिंग करके मजा आया। दोनों की राशि सिंह है। दोनों का ही नेचर से बेहद लगाव है। साथ में बिताया वो पल बहुत अच्छा था।
संजय दत्त (Sanjay Dutt) ने दिया ‘अन्ना ‘नाम
Sunil Shetty को सभी ‘अन्ना’ कहकर बुलाते हैं। इस बारे में भी एक्टर ने एक नया खुलासा किया। बताया कि ये नाम उन्हें किसी और ने नहीं, बल्कि संजय दत्त ने दिया है। उनके मुताबित, ‘हम कांटे की शूटिंग कर रहे थे और मेरा स्टाफ मुझे बड़े भाई की तरह अन्ना कहकर बुलाता था। संजय ने भी ऐसा ही कहना शुरू कर दिया। मुझे याद है कि जब 9/11 हुआ था तब हम लॉस एंजिल्स में लैंड ही कर रहे थे। हमें यूनिट के करीब रहना था, बाहर नहीं निकलना था। वह मुश्किल समय था। हमें अलग तरह से देखा जाता था और यह बहुत अजीब था। लेकिन हम साथ रहे और एक-दूसरे की ताकत बने।
अपने समय को Sunil Shetty ने किया याद
सुनील शेट्टी ने बताया, ‘मुझे याद है कि कैसे हम साथ में खाना खाते थे और यादों को संजोते थे। हम एक-दूसरे के जीवन का हिस्सा बन गए और आज भी एक-दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं। जो कोई भी फिल्म मैग्जीन्स पढ़कर बड़ा हुआ है, उसे याद होगा कि कैसे एक्टर्स अक्सर ब्रेक के दौरान साथ समय बिताते थे। बात करते थे। एक्टर सेट पर खाने से ही रिश्ता बना लेते थे। लेकिन आज के एक्टर शूटिंग के बाद फौरन अपनी वैनिटी वैन के अंदर चले जाते हैं।
नए एक्टर्स पर बोले सुनील शेट्टी (Sunil Shetty)
सुनील शेट्टी ने कहा कि इन्हीं सब से वो अपनेपन की भावना नहीं आती। ‘आज, इंडस्ट्री के पास कोई आवाज नहीं है। कोई भी फालतू बातों के खिलाफ खड़ा नहीं होता या जब हमारे ऊपर उंगलियां उठाई जाती हैं, तो कोई बोलने नहीं आता। वो बॉन्ड, वो यूनिटी गायब है, वो आवाज नहीं रह गई है। हर चीज कमज़ोर हो गई है क्योंकि एक दूसरे का बचाव करने वाला कोई नहीं है। मगर मुझे लगता है कि चीजें वापस आ रही हैं। लोग साथ खड़े हो रहे हैं। हम जिस दौर से गुजरे, तमाम हैशटैग और बायकॉट के बाद, मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि हर कोई एक-दूसरे के लिए खड़ा हो।