Sunil Shetty

Sunil Shetty के पास आते थे अंडरवर्ल्ड से कॉल्स:बिना जान की परवाह किए देते थे जवाब; पुलिसवाले ऐसा करने से रोकते थे

Sunil Shetty ने एक रिसेंट इंटरव्यू में मुंबई अंडरवर्ल्ड पर बात की है। सुनील ने कहा कि एक वक्त था जब उनके पास भी अंडरवर्ल्ड से कॉल आता था। कॉल पर धमकियां दी जाती थीं। हालांकि सुनील शेट्टी इन फोन कॉल्स से डरते नहीं थे।

सुनील का कहना है कि वे उल्टा उन लोगों को गाली बकते थे। पुलिस वाले उन्हें ऐसा करने से रोकते थे, लेकिन वे नहीं मानते थे। सुनील ने कहा कि उन्होंने लाइफ में कई ऐसी चीजें की हैं, जिसे उन्होंने कभी अपने बच्चों को नहीं बताया।

सुनील (Sunil Shetty) के पास अंडरवर्ल्ड के फोन आते थे

Sunil Shetty हाल ही में बार्बरशॉप विद शांतनु पॉडकास्ट में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘हम ऐसे वक्त से गुजर रहे थे, जब मुंबई में अंडरवर्ल्ड पनप रहा था। मेरे पास उन लोगों का कॉल आता था कि ये कर देंगे वो कर देंगे। मैं उन्हें उल्टा गाली देता था।

पुलिस वाले कहते थे कि आप उन लोगों से ऐसे बात मत किया करो। अगर वे नाराज हो गए तो कुछ भी कर सकते हैं। मैं उनसे कहता था कि अगर मैंने कुछ गलत नहीं किया तो डरना क्यों है। मैं एक जिम्मेदार व्यक्ति हूं, इसलिए ये सब बातें कभी अपने फैमिली के साथ शेयर नहीं किया।’

सुनील के मुताबिक, वे कभी भी अंडरवर्ल्ड के कॉल्स से डरे नहीं बल्कि हमेशा से उनका मुंहतोड़ जवाब दिया। – Dainik Bhaskar
सुनील के मुताबिक, वे कभी भी अंडरवर्ल्ड के कॉल्स से डरे नहीं बल्कि हमेशा से उनका मुंहतोड़ जवाब दिया।

‘अथिया और अहान को काफी सारी बातें नहीं पता’

सुनील शेट्टी (Sunil Shetty) ने आगे कहा, ‘मैंने अथिया और अहान को कभी नहीं बताया कि मैंने क्या-क्या किया है। मैंने कुछ क्रेजी काम किया है। ये सब काम करने में घायल भी होता था, लेकिन खुद से सही होकर वापस निकलता था। फिटनेस के नजरिए से देखा जाए तो समय से बड़ा डॉक्टर कोई नहीं होता। समय के साथ सभी घाव भर जाते हैं।’

बच्चों की अच्छी परवरिश मिले, इसके लिए दूसरी जगह शिफ्ट हुए सुनील

सुनील ने इस इंटरव्यू में आगे कहा, ‘मेरे पिता ने हमारी अच्छी परवरिश के लिए मुंबई का लैमिंगटन रोड एरिया छोड़ दिया और नेपेंसिया रोड चले गए। उस एरिया में गैंग वगैरह चलता था। बिजनेस करने के लिए वो एरिया काफी अच्छा था, लेकिन बच्चों को उस एरिया में रखना सही नहीं था।

अगर मैं उन्हें उस विशेष एज ग्रुप में बाहर जाने देता तो कहीं न कहीं वे इससे प्रभावित होते। उन्हें ऐसे एरिया में रखा गया जहां उनकी अच्छी स्कूलिंग हुई। वहां अच्छे लोगों के साथ पले बढ़े।

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