मध्य प्रदेश में एक बार फिर कोरोना की दस्तक, अब तक 4 पॉजिटिव मरीज मिले, रहना होगा अलर्ट
Corona Cases in Madhya Pradesh: देश में कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। आठ महीने बाद कुछ राज्यों में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने से केंद्र सरकार गंभीर है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से भी अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। इस बीच मध्य प्रदेश में कोरोना के चार मरीज सामने आए हैं। यहां भोपाल (Bhopal) में लंबे समय के बाद कोरोना के 12 सैंपल में एक महिला संक्रमित पाई गई है।यह महिला दूसरे शहर से आई थी।फिलहाल महिला को होम आईसोलेशन में रखा गया है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या तीन हो गई है, जबकि एक स्वस्थ्य हो चुका है।
इंदौर और जबलपुर में एक-एक एक्टिव केस है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बताया गया कि प्रदेश के अस्पतालों में 2300 वेटिंलेटर के अलावा 16 हजार ऑक्सीजन सपोर्ट बेड और 5800 आईसीयू बेड रिजर्व रखे हैं। साथ ही ऑक्सीजन को लेकर 49 पीएसए प्लांट और 209 पीएसए प्लांट का मॉक ड्रिल किया गया है। ऑक्सीजन की क्षमता 91 हजार 535 लीटर प्रति मिनट है। वहीं मॉक ड्रिल में जहां कमियां मिली है, उनको दूर करने के लिए कहा गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने दिए ये निर्देश
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। इस दौरान उन्होंने राज्यों में टेस्टिंग बढ़ाने के साथ-साथ सर्विलांस सिस्टम को मजबूत करने के निर्देश दिए थे। स्वास्थ्य मंत्री की तरफ से कहा गया था कि कोरोना के नए वेरिएंट से सतर्क रहने की जरूरत है, घबराने की नहीं।
मनसुख मांडविया की तरफ से कहा गया था कि फेस्टिव सीजन को देखते हुए सतर्कता ज्यादा जरूरी है। गौरतलब है कि कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 की देश में एंट्री होने के बाद कई राज्यों मे अलर्ट रहते हुए गाइडलाइन जारी की गई है। लोगों को मास्क पहनने और भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचने की सलाह दी गई है।
क्या कह रहे एक्सपर्ट
कोरोना के बढ़ते मामलो और नए सब-वेरिएंट JN.1 को लेकर एक्सपर्ट की मानें तो इसके अभी चिंता की कोई बात नहीं है। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने JN.1 को ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ कैटेगरी में रखा है। खास बात है कि देश में जो मरीज जेएन.1 से संक्रमित हुए हैं, उनमें हल्के लक्षण ही मिले हैं। मुंबई में बॉम्बे हॉस्पिटल के कंसल्टेंट फिजिशियन डॉक्टर गौतम भंसाली का कहना है कि जैसा सर्दी, जुकाम, बुखार, खांसी, कोल्ड, कफ का असर होता है इसमें भी कुछ वैसा ही रहेगा। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि कोई कोई लहर आने वाली है। डॉ. भंसाली के अनुसार मामलों में कुछ बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।